NEET UG Exam Update Check: नीट यूजी एग्जाम में हुआ बड़ा बदलाव अब अनलिमिटेड अटेंप्ट की जगह सिर्फ तीन से चार मौके ही मिलेंगे

यह बात तो आप अच्छी तरीके से जानते हैं कि एनटीए हर साल नीट यूजी की एग्जाम करवाता है लेकिन अब एग्जाम में किए गए नए अपडेट के मुताबिक अनलिमिटेड अटेम्प्ट को कंट्रोल करके सिर्फ छात्रों को तीन ही अटेम्प्ट मिलेंगे।

NEET UG Exam Update Check
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नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा यूजीसी नेट परीक्षा को लेकर बड़ी खबर सामने आई है इस परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए अब अनलिमिटेड अटेम्प्ट्स की बजाय केवल तीन बार ही परीक्षा में बैठने का मौका होगा इस नए नियम से छात्रों को अब बेहतर तैयारी करनी होगी क्योंकि परीक्षा देने के लिए ज्यादा से ज्यादा तीन मौके ही मिलेंगे।

राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा नीट यूजी परीक्षा के लिए भी इसी तरह का बदलाव प्रस्तावित किया गया है जिसमें छात्रों को अधिकतम चार बार ही परीक्षा में शामिल होने की अनुमति होगी। पहले छात्र अनलिमिटेड अटेंप्ट दे सकते थे जिससे परीक्षा का कंपटीशन और उम्मीदवारों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही थी यह बदलाव सरकार के निर्देश और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत किया गया है ताकि छात्रों की संख्या को नियंत्रित किया जा सके और परीक्षा का संचालन अधिक सुचारू हो सके।

यूजीसी नेट और नीट यूजी में बदलाव का कारण

इन बदलावों का मुख्य कारण परीक्षा में बार-बार बैठने वाले छात्रों की संख्या पर काबू पाना है कई मामलों में पेन और पेपर मोड में आयोजित परीक्षाओं में पेपर लीक जैसी समस्याएं सामने आई हैं खासकर ग्रामीण और दूरस्थ इलाकों में इससे परीक्षा की सुरक्षा और गोपनीयता पर असर पड़ता है इसी को ध्यान में रखते हुए एक समीक्षा समिति ने यह सिफारिश की है कि छात्रों को केवल कुछ ही बार परीक्षा देने का मौका मिले ताकि परीक्षा का मैनेजमेंट सही तरीके से हो सके।

रिपोर्ट के अनुसार नीट यूजी परीक्षा को 2025 से हाइब्रिड मोड में आयोजित करने का सुझाव दिया गया है इस नए प्रारूप में परीक्षा के सवाल कंप्यूटर आधारित होंगे और आंसर की ओएमआर शीट पर दी जाएगी इससे प्रश्न पत्रों की सुरक्षा बेहतर होगी और पेपर लीक जैसी घटनाओं की संभावना कम होगी इसके साथ ही समीक्षा समिति ने आयु सीमा भी निर्धारित करने का सुझाव दिया है ताकि केवल योग्य छात्र ही परीक्षा में शामिल हो सकें और बार-बार प्रयास करने वालों की संख्या को सीमित किया जा सके।

इस बदलाव के लिए गठित समिति में एम्स दिल्ली के पूर्व निदेशक रणदीप गुलेरिया केंद्रीय विश्वविद्यालय हैदराबाद के कुलपति विजय राव आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर आदित्य मित्तल सहित अन्य विशेषज्ञ शामिल हैं यह समिति सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार गठित की गई है और 22 बैठकों में देशभर से प्राप्त सुझावों के आधार पर यह सिफारिशें की गई हैं समिति का मानना है कि हाइब्रिड मोड से परीक्षाओं का संचालन अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक होगा जिससे लाखों छात्रों को लाभ मिलेगा।

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यदि आप यूजीसी नेट या नीट यूजी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो यह बेहद जरूरी कि इन बदलावों का ध्यान रखें और तैयारी में कोई कमी न रखें यह नियम छात्रों को ज्यादा मोटिवेट करेगा कि वे अपनी पहली या दूसरी कोशिश में ही अच्छे अंक प्राप्त करें जिससे परीक्षा का स्तर और गुणवत्ता बढ़ेगी।

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